Lalkuan Today: पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश का असर अब तराई के मैदानी इलाकों में भी दिखने लगा है।शनिवार सुबह गौला नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से खनन क्षेत्र में हड़कंप मच गया। नदी किनारे खनन कार्य में लगे कई वाहन तेज बहाव में फंस गए, जिससे चालकों और खनन कारोबारियों में दहशत फैल गई।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही पानी का प्रवाह बढ़ा, खनन कार्य में लगे चालकों ने अपनी जान जोखिम में डालकर अपने वाहन निकालने का प्रयास किया। कुछ वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया, लेकिन कई वाहन नदी में ही फंसे रहे। इससे इलाके में कुछ देर के लिए तनाव की स्थिति बन गई।
काठगोदाम बैराज से पानी छोड़ा गया
गौला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी चंदन सिंह अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह काठगोदाम बैराज से करीब 1600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया। उन्होंने आशंका जताई कि जलस्तर और बढ़ सकता है। वन विभाग ने खनन क्षेत्र में सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं।
खनन कार्य खतरे में
मानसून आने से पहले पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश से मैदानी इलाकों की नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है, जिसका सीधा असर खनन कार्यों पर पड़ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर समय रहते सावधानी नहीं बरती गई तो यह स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है।
प्रशासन और वन विभाग ने खनन क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। साथ ही बरसात के मौसम में खनन गतिविधियों को लेकर विशेष सावधानी बरतने के निर्देश भी दिए गए हैं।
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