---Advertisement---

Bindukhatta Today: आवारा पशु बने मौत का कारण, बिन्दुखत्ता में सड़क हादसे ने छीन ली एक परिवार की खुशियां

By
On:

Bindukhatta Today: ‘अगर सड़क पर आवारा पशु न होते तो क्या गोविंद आज जिंदा होते?’ यह सवाल सिर्फ एक दुखी परिवार की पुकार नहीं, बल्कि पूरे बिंदुखत्ता क्षेत्र की आवाज बन गया है। रुद्रपुर सिडकुल स्थित शिरडी प्लाई फैक्ट्री में कार्यरत 42 वर्षीय गोविंद सिंह बिष्ट की दो जुलाई की रात एक दुखद सड़क हादसे में मौत हो गई। इस हादसे ने न सिर्फ एक परिवार को बेसहारा कर दिया, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और सिस्टम की कमजोरियों को भी उजागर कर दिया।

Bindukhatta Today

गोविंद सिंह रोजाना की तरह रात साढ़े दस बजे ड्यूटी के बाद अपनी स्कूटी (यूके04केए-6352) से घर लौट रहे थे, लेकिन जैसे ही वह दिनेशपुर-हल्द्वानी ओवरब्रिज के पास पहुंचे तो अचानक एक आवारा गाय उनके सामने आ गई। स्कूटर का संतुलन बिगड़ गया और वह सड़क किनारे लगे लोहे के एंगल से टकरा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वह मौके पर ही गंभीर रूप से घायल हो गए।

राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उन्हें रुद्रपुर के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।

मृतक अपने पीछे पत्नी गीता बिष्ट और 7 साल की बेटी को छोड़ गए है। परिवार का हाल बेहद बुरा है- पत्नी और मां सदमे में हैं और इलाके में गम और गुस्से का माहौल है।

यह पहला मामला नहीं है जब आवारा पशु सड़क दुर्घटना का कारण बने हैं। इससे पहले भी हल्द्वानी, रुद्रपुर, काशीपुर और रानीबाग जैसे इलाकों में कई लोगों की जान जा चुकी है। लेकिन हर बार कुछ दिनों की चर्चा के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है।

इस घटना ने कई बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं:

  • सड़कों पर घूमते आवारा पशुओं को कौन हटाएगा?
  • रात में सड़कों पर पर्याप्त रोशनी और सुरक्षा उपाय क्यों नहीं हैं?
  • क्या प्रशासन दुर्घटना के बाद ही जागता है?
  • क्या यातायात पुलिस, नगर निगम और पशुपालन विभाग की कोई साझा जिम्मेदारी नहीं है?

स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार प्रशासन से शिकायत की है, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं हुआ है। लोग पूछ रहे हैं कि अगर यह घटना किसी बड़े अधिकारी या नेता के साथ हुई होती तो क्या अब तक सड़कों से आवारा पशुओं को नहीं हटाया गया होता?

गोविंद सिंह की मौत एक परिवार का दुख नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की नाकामी की कहानी है। जब तक प्रशासन सड़कों पर सख्ती से निगरानी, ​​रात्रि गश्त और आवारा पशुओं के प्रबंधन की जिम्मेदारी नहीं लेगा, तब तक ऐसी घटनाएं रुकने वाली नहीं हैं।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now
खुशी मेडिकल स्टोर

📞 9012544820, 9259531752
📍 कार रोड, बिंदुखत्ता, लालकुआं (नैनीताल)

Baat bazaar24

today news for you

For Feedback - baatbazaar24.com

Leave a Comment