Dehradun Today: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर देहरादून के परिवहन विभाग ने एक सराहनीय और अनोखी पहल की। आरटीओ कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने निजी वाहन छोड़कर सार्वजनिक परिवहन से कार्यालय पहुंचने का निर्णय लिया। इस अभियान का उद्देश्य न केवल पर्यावरण की रक्षा करना था, बल्कि सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की जमीनी स्थिति को समझना भी था।

इस पहल के तहत आरटीओ (प्रशासन) संदीप सैनी स्वयं मैजिक वाहन में सवार होकर कार्यालय पहुंचे, उसमें उन्हें भारी अनियमितताएं पाई गईं। जांच के बाद उस वाहन को तत्काल सीज कर दिया गया और चालक का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित कर दिया गया। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया कि आम जनता जिस साधन पर निर्भर है, उसकी स्थिति कितनी चिंताजनक है।
इस प्रयोग के दौरान कई कर्मचारियों को समय पर दफ़्तर पहुँचने में दिक्कत हुई। किसी को लिफ्ट लेनी पड़ी, तो कोई ई-रिक्शा और ऑटो के इंतज़ार में इधर-उधर भटकता रहे। आमतौर पर 20-25 मिनट में दफ़्तर पहुँचने वाले अधिकारियों को 40 मिनट से एक घंटे तक का समय लग गया।
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आरटीओ संदीप सैनी ने बताया कि यह पहल सिर्फ एक दिन के लिए नहीं होगी। अब सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को हर गुरुवार को सार्वजनिक परिवहन से कार्यालय आना अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि पहले दिन जो कमियां उजागर हुई हैं, उन्हें चरणबद्ध तरीके से दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
यह पहल न केवल प्रशासनिक जागरूकता का उदाहरण है, बल्कि सरकारी स्तर पर परिवहन व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक ठोस शुरुआत भी मानी जा सकती है।